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कंटेन्ट राइटिंग कैसे करे? स्टेप बाइ स्टेप गाइड

यदि आप अपना एक ब्लॉग बनाना चाहते हैं, कोई किताब लिखना चाहते हैं, डॉक्यूमेंट बनाना चाहते हैं या फिर किसी अन्य व्यक्ति के लिए कंटेन्ट लिखना चाहते हैं तो आपको यह पता होना जरूरी है कि Content राइटिंग कैसे करें

Content Writing एक बहुत ही काम की स्किल है जिसके होने का मतलब है कि आप न केवल अपने विचारों और ज्ञान को टेक्स्ट के रूप में लिख सकते हैं साथ ही साथ आप कंटेन्ट की टाइपिंग करके पैसे भी कमा सकते हैं। Freelancing, Blogging, और Data Entry वह तरीके हैं जो कि आपको कंटेन्ट राइटिंग से पैसे कमाने का रास्ता देते हैं।

Content Writing की स्किल सभी को सीखनी चाहिए।

इस वजह से मैंने आपको कंटेन्ट राइटिंग करने की जानकारी देने के लिए इस पोस्ट को लिखा है। मैंने आपको कंटेन्ट राइटिंग के वह स्टेप्स बताए हैं जो कि बड़े-बड़े प्रोफेशनल राइटर उपयोग करते हैं।

आप भी इन स्टेप्स को फॉलो करके उनकी तरह हाई क्वालिटी कंटेन्ट लिख सकते हैं।

कंटेन्ट राइटिंग कैसे करें?

Content Writing Kaise Kare

तो यह वो आसान स्टेप्स हैं

1. Content का टॉपिक तय करें

Content Writing की शुरुआत जिस चीज से होती है वह है कंटेन्ट का टॉपिक। इससे पहले की आप कंटेन्ट राइटिंग सच में शुरू करें इससे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस टॉपिक पर कंटेन्ट को लिखना चाहेंगे।

यदि आपने कोई ब्लॉगिंग शुरू की है और आप उस पर कंटेन्ट लिख रहे हैं तो आप ब्लॉग के Niche के हिसाब से कंटेन्ट के लिए कोई टॉपिक चुन सकते हैं। लेकिन यदि आप किसी अन्य व्यक्ति के लिए कंटेन्ट लिख रहे हैं तो शायद वह व्यक्ति आपको टॉपिक की जानकारी दे।

यदि आपको अपने से ही टॉपिक को ढूँढना है लेकिन आपके मन मन में कोई टॉपिक नहीं आ रहा है तो Online कई टूल्स हैं जो कि आपको कंटेन्ट का टॉपिक ढूँढने में मदद कर सकते हैं। जैसे कि Google Trends और Ahrefs Keyword Tool Content के लिए टॉपिक दे सकते हैं।

यदि आपके पास पहले से कोई टॉपिक है या अब आपने टॉपिक तय कर लिया है तो आप अगले स्टेप पर जा सकते हैं।

2. Targeted ऑडियंस को जानें

कंटेन्ट राइटिंग में बहुत ही जरूरी है कि आप Targeted Audience को जानें। क्योंकि जब आपको पता होगा कि targeted audience कौन है तभी आप उसके लिए सही कंटेन्ट लिख पाएंगे।

Targeted Audience को जानने से मतलब है यह जानना कि आप जिस जनता के लिए कंटेन्ट लिखने वाले हैं वह क्या जानना चाहती है।

जैसे कि यदि आप एक ब्लॉग पोस्ट लिखना चाहते हैं जिसमें आप लोगों को नए iPhone का रिव्यू देते हैं तो आपको यह समझना होगा कि जनता आपके रिव्यू में क्या देखना चाहेगी। जैसे कि हो सकता है कि वह चाहे कि आप Camera टेस्ट करके बताएं, आप किसी गेम को हाई सेटिंग्स पर चला कर बताएं या कुछ और।

आपको इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर Targeted ऑडियंस के लिए कंटेन्ट को लिखना होगा ताकि ऑडियंस को आपके कंटेन्ट में वह मिल सके जो वो ढूँढना चाहते हैं।

3. टॉपिक की रिसर्च करें

Targeted Audience को जान लेने के बाद आपको टॉपिक की रिसर्च करनी होगी। आपको उन सभी सवालों के जवाब ढूँढने होंगे जो कि आपकी Targeted Audience के मन में हैं।

Research करने का तरीका आप किस टॉपिक पर लिखने जा रहे हैं इस पर बहुत अधिक निर्भर करता है।

जैसे यदि आप किसी प्रोडक्ट का रिव्यू करने जा रहे हैं तो आपको प्रोडक्ट को उपयोग करके उसकी अच्छाई और बुराई पता करनी होगी तभी आप उसके बारे में लिख पाएंगे। यदि आप किसी जगह का रिव्यू कर रहे हैं तो जरूरी है कि आप वहाँ जाएँ और उसका अनुभव लें।

आज के समय में काफी जानकारी Online भी उपलब्ध है इसीलिए आप अपनी रिसर्च में Google और सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं।

आप अपनी रिसर्च के नोट्स लेते चलें। इससे आप कुछ भी भूलेंगे नहीं और आपको बाद में कंटेन्ट लिखने में मदद मिलेगी।

4. Content की आउट्लाइन बनाएं

अब आपको Content की आउट्लाइन बनानी है। Content की आउट्लाइन उसका स्ट्रक्चर होता है जिसके हिसाब से आप उसे लिखते हैं।

Content की आउट्लाइन बनाने के लिए हम Headings और Sub Headings का उपयोग करके Content के टॉपिक को कई हिस्सों में बांटते हैं जिससे कि पढ़ने वाले को कंटेन्ट को समझने में आसानी हो।

Content की आउट्लाइन केवल पढ़ने वाले के लिए मददगार नहीं होती। यह लेखक यानि कि आपके लिए काफी उपयोगी होती है।

Content लिखने से पहले ही आउट्लाइन बना लेने से आपको कंटेन्ट लिखते टाइम ज्यादा सोचना नहीं पड़ेगा और आप इससे कंटेन्ट के हिस्सों को भूलेंगे भी नहीं।

Content outline example

Outline बनाने के लिए आप किसी भी टेक्स्ट एडिटर के लिए लिस्ट फीचर का उपयोग कर सकते हैं। आप इन लिस्ट के अंदर और लिस्ट बनाकर Subheading को दिखा सकते हैं।

5. Content लिखने के लिए सही सॉफ्टवेयर चुनें

आउट्लाइन बन जाने के बाद आप कंटेन्ट को लिखने के बहुत ही करीब हैं। लेकिन इससे पहले की आप कंटेन्ट को टाइप करना शुरू करें, आपको उसे लिखने के लिए सही सॉफ्टवेयर को चुनना होगा।

एक अच्छा सॉफ्टवेयर आपके Content लिखने के तरीके और स्पीड को काफी अच्छा कर सकता है।

आपतौर पर Content को लिखने के लिए लोग गूगल डॉक्स का उपयोग करते हैं। इसके कारण हैं

  • गूगल डॉक्स फ्री है।
  • इसका एडिटर काफी फीचर वाला है।
  • आप अपने डॉक्युमेंट्स को लोगों के साथ शेयर कर सकते हैं।
  • यह MS Word की फाइल को खोल सकता है।
  • एक ही डाक्यमेन्ट पर कई लोग काम कर सकते हैं।

हालांकि आप गूगल डॉक्स के अलावा MS Word या Obsidian का उपयोग कर सकते हैं।

यदि आप अपने ब्लॉग के लिए कंटेन्ट लिख रहे हैं तो हो सकता है कि आपका ब्लॉग का सॉफ्टवेयर आपको एक एडिटर दे जैसे कि WordPress एक देता है। यदि आपको वह पसंद आता है तो आप उसका उपयोग भी कर सकते हैं।

6. Content को टाइप करें

अब आपने तय कर लिया है कि आपको कंटेन्ट कहाँ लिखना है तो अब आप अपने कंटेन्ट को टाइप कर सकते हैं। आपने जो पहले आउट्लाइन बनाई थी आप उसके हिसाब से कंटेन्ट को लिखें।

यदि आपकी टाइपिंग स्पीड अच्छी है और आपने पहले से रिसर्च कर रखी है तो आपको कंटेन्ट लिखने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।

यदि आपको टाइपिंग नहीं आती तो आप Voice to Text टूल्स का उपयोग कर सकते हैं। बहुत से एडिटर जैसे कि Google Docs में यह टूल आपको पहले से मिल जाता है।

वैसे आज के समय में आपको खुद से कंटेन्ट टाइप करने की जरूरत नहीं है। आप अपनी रिसर्च को ChatGPT को दे सकते हैं और वह आपके लिए रिसर्च के हिसाब से कंटेन्ट लिख सकता है।

7. Grammar Tools से Content में गलतियों को ढूंढें

Content लिख जाने के बाद उसमें Grammar से संबंधित गलतियाँ होना स्वाभाविक है। पहले के समय में कंटेन्ट के अंदर Grammar की गलतियों को ढूँढना मुश्किल था।

लेकिन आज बहुत से Tools और सॉफ्टवेयर हैं जो कि आपको आपके लिखे कंटेन्ट में Grammar की गलतियाँ ढूंढ कर दे सकते हैं।

यदि आप Google Docs का उपयोग करते हैं कंटेन्ट लिखने के लिए तो वह आपको आपकी Grammar की गलतियों के बारे में गलत Grammar वाले हिस्से के नीचे लाल रंग से हाइलाइट करके बता देगा।

आप उस पर जाकर माउस से राइट क्लिक करके कांटेक्स्ट मेनू को खोलकर Google Docs द्वारा बताई जाने वाली सही Grammar को चुन सकते हैं।

Google Docs आपको केवल कुछ ही तरह की Grammar की गलतियों के बारे में बताता है। इसीलिए आप अन्य प्रकार की गलतियों को ढूँढने के लिए अड्वान्स टूल्स जैसे कि Grammarly या Language Tool को उपयोग कर सकते हैं।

8. Content को खुद से पढ़कर गलतियों को ढूंढें

जरूरी नहीं कि Grammar टूल आपके कंटेन्ट की अन्य गलतियों को ढूंढ ले। क्योंकि कुछ गलतियाँ Grammar Tools की पकड़ में नहीं आती है और कुछ गलतियाँ Grammar से संबंधित नहीं होती हैं।

इसीलिए जरूरी है कि आप अपने कंटेन्ट को पब्लिश करने से पहले उसे एक बार पढ़ें, उसमें गलतियों को ढूढ़ें और उन्हें ठीक करें। इसी बीच आप अपने कंटेन्ट को थोड़ा बहुत एडिट करके उसे और अच्छा बना सकते हैं।

निष्कर्ष

तो यह वह स्टेप्स थे जो कि आप Content राइटिंग को करने के लिए फॉलो कर सकते हैं। आप इन स्टेप्स को फॉलो करते हैं तो आप बहुत ही अच्छे ढंग से कंटेन्ट राइटिंग कर पाएंगे।

कंटेन्ट लिख जाने के बाद आप उसे उसकी सही जगह पर पब्लिश कर सकते हैं।

मैं आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी और आप इसे अन्य लोगों के साथ शेयर करेंगे।

धन्यवाद।

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